Sunday, September 12, 2010

दोस्ती

कभी दोस्ती पे , कभी दोस्त पे कुर्बान होते है
ये दोस्त ही तो हमारी ज़िन्दगी की जान होते है

बहुत से हंसते खिलखिलाते, लम्हे है इनके नाम,
इन्ही से तो ज़िन्दगी के रास्ते आसान होते है

हमारे गम में होते है, बराबर के शरीक ये,
इनके ही तो सहारे पार गमो के तूफ़ान होते है

वो रात भर बाते, वो दिन भर शरारते करना ,
दिल की दस्तक पे ये किस्से तमाम होते है

इनके साथ ही होती है महफिले रोशन,
वरना मुस्कराहट के फूल भी बेजान होते है

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